दीपावली की शॉपिंग की धूम मची हुई है. दीपावली की साज-सजावट से लेकर नए पैट्रन के कपड़ों से मार्केट भरी हुई है. ऐसे में दीवाली से दो दिन पहले धनतेरस को लोग सामान खरीदने की प्लानिंग कर चुके हैं. धनतेरस के दिन बर्तन या कोई भी नया सामान खरीदना शुभ माना जाता है. बहुत से लोग इसी दिन अपना नया कारोबार भी शुरू करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनतेरस का त्यौहार क्यों मनाया जाता है.
धनतेरस मनाने का कारण
शास्त्रों में बताया गया है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी के दिन भगवान धनवंतरी अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. भगवान धनवंतरी को विष्णु का अवतार माना जाता है. मान्यता है कि चिकित्सा विज्ञान के विस्तार के लिए भगवान विष्णु ने धनवंतरी का अवतार लिया था. भगवान धनवंतरी के प्रकट होने के उपलक्ष्य में धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है.
इन चीजों को खरीदना माना जाता है शुभ
इस दिन सोना, चांदी या पीतल के बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है. इसके अलावा देवी लक्ष्मी और गणेश भगवान की मूर्ति भी खरीदी जाती है. माना जाता है कि धनकुबेर के साथ इस दिन यमराज के लिए दक्षिण दिशा में दीया भी जलाना चाहिए.
इस समय ना करें खरीदारी
धनतेरस को नई चीजें खरीदना शुभ माना जाता है लेकिन इस दिन भी ऐसा अशुभ समय हैं, जिस दौरान कोई भी नया सामान खरीदने से बचना चाहिए. धनतेरस के दिन दोपहर बाद तीन बजे से साढ़े चार बजे तक राहुकाल है. राहुकाल में खरीदारी करना शुभ नहीं होता. इस अशुभ समय के दौरान खरीददारी करने से देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं. वहीं सबसे शुभ समय की बात करें, तो सुबह 10 बजकर 49 मिनट से 12 बजकर 13 मिनट तक चर की चौघड़िया में बर्तन खरीदना शुभ है…Next
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