Menu
blogid : 19157 postid : 1294983

इस घटना के बाद से देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश को पूजा जाने लगा एक साथ

श्रीकृष्ण की पूजा होती है राधा के साथ और प्रभु राम की देवी सीता और लक्ष्मण के साथ. इनकी पूजा साथ में होने का कारण हमें पता है लेकिन आपने देखा होगा कि देवी लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा एक साथ की जाती है. विशेषतौर पर दीवाली के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा गणेश की प्रतिमा के साथ की जाती है. भगवान गणेश के बिना देवी लक्ष्मी की पूजा अधूरी मानी जाती है. वास्तव में इससे जुड़ी हुई कई पौराणिक कहानियां मिलती है.


worship together


साधु से क्रोधित हो गए थे भगवान गणेश

एक बार एक वैरागी साधु को राजसुख भोगने की लालसा हुई उसने देवी लक्ष्मी की आराधना की. उसकी आराधना से लक्ष्मी प्रसन्न हुईं तथा उसे साक्षात् दर्शन देकर वरदान दिया कि उसे उच्च पद और सम्मान प्राप्त होगा. दूसरे दिन वह वैरागी साधु राज दरबार में पहुंचा. वरदान मिलने के बाद उसे अभिमान हो गया. उसने राजा को धक्का मारा जिससे राजा का मुकुट नीचे गिर गया. ये देखकर दरबार में बैठे सभी लोग साधु को मारने के लिए दौड़ पड़े. परन्तु इसी बीच राजा के गिरे हुए मुकुट से एक कालानाग निकल कर भागने लगा. ये देखकर सभी ने सोचा कि साधु ने पहले से खतरे को भांपकर राजा के प्राणों की रक्षा की है. राजा ने प्रसन्न होकर साधु को मंत्री बना दिया.


goddess



मंत्री बनने के कुछ दिनों बाद साधु को फिर से चालाकी सूझी और उसने राजा को मारने की कोशिश की. राजा को मारने के लिए साधु उसका हाथ पकड़कर उसे घसीटकर बाहर लाने लगा. ये देखकर राजमहल के लोग राजा को बचाने के लिए राजा के पीछे दौड़ पड़े. सभी के बाहर जाते ही भूंकप आ गया और महल गिर. इस तरह फिर से सभी ने सोचा कि साधु ने राजा की जान बचाई है.


sage


भगवान गणेश की प्रतिमा को हटाने से हुए रूष्ठ

राजा के महल में एक गणेश जी की प्रतिमा थी. एक दिन साधु ने वह प्रतिमा यह कह कर वहां से हटवा दी कि यह प्रतिमा देखने में बिल्‍कुल अच्छी नहीं है. साधु के इस कार्य से भगवान गणेश जी रुष्ठ हो गए. उसी दिन से उस मंत्री बने साधु की बुद्धि बिगड़ गई वह उल्टा पुल्टा करने लगा. तभी राजा ने उस साधु से क्रोधित होकर उसे कारागार में डाल दिया.


king


देवी लक्ष्मी ने दिया साधु को सुझाव

अपने बुरे दिनों में साधु देवी लक्ष्मी की आराधना करने लगा. लक्ष्मी जी ने दर्शन देकर उससे कहा कि तुमने भगवान गणेश का अपमान किया है, इसलिए गणेश जी की आराधना करके उन्हें प्रसन्न करो. लक्ष्मीजी का आदेश पाकर साधु भगवान गणेश की आराधना करने लगा. इससे गणेश जी का क्रोध शान्त हो गया. गणेश जी ने राजा के स्वप्न में आ कर कहा कि साधु को पुनः मंत्री बनाने की इच्छा जताई.


laxmi ganesh1


नहीं सकता…Next


Read More :

घर की किन समस्याओं में रखें भगवान गणेश की कौन-सी मूर्ति, जानें

क्यों नहीं करना चाहिए मृत्युभोज, महाभारत की इस कहानी में छुपा है रहस्य

यहां है भगवान गणेश का कटा हुआ सिर, आज है भक्तों की आस्था का केंद्र

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh