पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य के लिए सुहागिनें करवा चौथ का व्रत रखती हैं. करवा चौथ बुधवार को है ऐसे में सारी सुहागिनें इस त्यौहार के लिए खुद को तैयार कर रही हैं. ज्योतिषों की माने तो इस बार करवा चौथ का एक व्रत करने से 100 व्रतों का वरदान मिल सकता है क्योंकि इस बार जो संयोग बना है वो 100 साल में एक बार बनता है.
क्या है खास संयोग
बुधवार को सारी सुहागिनें अपने पति के लंबे उम्र और अच्छे जीवन के लिए व्रत रखेंगी. बुधवार 19 अक्टूबर को चन्द्रमा वृषभ राशि में और रोहिणी नक्षत्र एक साथ रहेगा. इससे पहले इस तरह का संयोग करवा चौथ के दिन 1916 में बना था.
दो देवताओं का होगा मिलन
इस दिन गणेश चतुर्थी और कृष्ण जी का रोहिणी नक्षत्र भी है. ये अद्भुत संयोग करवा चौथ के व्रत को शुभ और फलदायी बना रहा है. इस दिन पति की लंबी उम्र के साथ संतान सुख का सौभाग्य आपको प्राप्त हो सकता है.
क्या है शुभ मुहूर्त
इस दिन रात को चांद और पति को देखकर सुहागिनें अपना व्रत खोलती हैं. जब चांद के दर्शन होते हैं, उसके बाद चांद को अर्घ्य देकर उसकी पूजा की जाती है. पूजा का शुभ समय सुबह 5 बजकर 46 मिनट से लेकर 6 बजकर 50 मिनट तक रहेगा.
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किसने की करवा चौथ की शुरुआत
माना जाता है कि महाभारत के युग में द्रौपदी जब अपने पतियों के साथ जंगलों में भटक रही थी, उसी दौरान भगवान कृष्ण ने द्रौपदी से कहा था कि अगर वो करवा चौथ का व्रत अपने पतियों के लिए रखती हैं, तो उससे उनके पति हमेशा सुरक्षित रहेंगे साथ ही उनकी उम्र भी लंबी होगी. द्रौपदी ने भगवान कृष्ण की बात को मानते हुए इस व्रत की शुरुआत की थी.
इन देवी-देवताओं की पूजा होती है
इस दिन भगवान गणेश, मां गौरी और चंद्रमा की पूजा की जाती है. माता पार्वती ने कठिन तपस्या करके शिवजी को प्राप्त कर अखंड सौभाग्य प्राप्त किया था, इसलिए शिव-पार्वती की पूजा की जाती है. इस दिन करवा चौथ की कथा कहनी चाहिए या फिर सुननी चाहिए.
इस रंग के कपड़े पहनें
अगर आप करवा चौथ का व्रत रख रही हैं, तो उस दौरान संभव हो तो लाल रंग के कपड़े ही पहनें. नीले, भूरे और काले रंग के कपड़े बिल्कुल न पहनें क्योंकि ये अशुभता के प्रतीक हैं…Next
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