धर्म की रक्षा के लिए भगवान शिव ने अनेक अवतार लिए हैं. त्रेतायुग में भगवान श्रीराम की सहायता करने के लिए भगवान शिव ने ही हनुमान के रूप में अवतार लिया था. अंजनी पुत्र हनुमान को अजर अमर रहने का वरदान मिला हुआ है. आखिर किसने दिया था उन्हें यह वरदान.
8 इन्हें मिला है अजर-अमर रहने का वरदान
शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि 8 ही ऐसे लोग हैं जिन्हें अजर-अमर होने का वरदान प्राप्त है. इनमें से एक भगवान हनुमान भी हैं. भगवान हनुमान को अमर रहने का वरदान श्रीराम और माता सीता से मिला था.
हनुमान गंधमार्दन पर्वत पर निवास करते हैं
पांडव हिमवंत पार करके गंधमादन पर्वत के पास पहुंचे थे. उस समय भीम सहस्त्रदल कमल लेने के लिए गंधमार्दन पर्वत के वन में चले गए थे. यहां पर उन्होंने भगवान हनुमान को लेटे देखा. इसी समय हनुमान ने भीम का घमंड भी चूर किया था.
गंधमार्दन पर्वत पर एक मंदिर भी है
भगवान हनुमान के निवास स्थान वाले गंधमार्दन पर्वत पर एक मंदिर भी बना हुआ है. इस मंदिर में भगवान हनुमान के साथ ही भगवान राम और अन्य देवताओं की मूर्तियां भी हैं. माना जाता है कि इस पर्वत पर बैठकर भगवान श्रीराम अपनी वानर सेना के युद्ध के लिए योजना बनाया करते थे. कई लोगों का मानना है कि इस पर्वत पर भगवान श्रीराम के पैरों के निशान भी मौजूद हैं….Next
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