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महाभारत: वनवास के दौरान पांडवो ने यहां स्थापित किए थे शिवलिंग, होती है मनोकामना पूरी

माना जाता है कि शिव की भक्ति तभी पूरी होती है, जब शिवलिंग की भक्ति की जाए. भारत के हर शिव मंदिर में शिवलिंग का अपना एक खास महत्व होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं, भारत की कई जगहों पर ऐसे शिवलिंग मौजूद है जिनकी स्थापना महाभारत काल में हुई थी. इनमेंं से कई शिवलिंग ऐसे है जिनके बारे में मान्यता है कि इनकी स्थापना स्वयं पांडवों ने की थी. आइए हम आपको बताते हैं, ऐसे ही कुछ शिवलिंगों के बारे में.


pandav shivling


1. गंगेश्वर महादेव, दीव

गंगेश्वर महादेव का मंदिर दमन और दीव के दीव में स्थित है, हालांकि इसके दर्शन करने के लिए आपको करीब तीन किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ेगी. इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां पर पांच शिवलिंग एक साथ स्थापित किए गए हैं. मान्यता है कि वनवास के दौरान पांडवो ने यहां इन शिवलिंगों की स्थापना की थी.


Div shil



2. भयहरण महादेव, प्रतापगढ़ ,उत्तरप्रदेश

महादेव के भक्त पांडवो ने यहां भी शिवलिंग की स्थापना की थी. इस मंदिर में अक्सर भीड़ देखने को मिलती है. इस मंदिर में शिव भक्त मन की उलझन और भय को दूर करने के लिए आते हैं.


hayaharan Nath Mahadev, Pratapgarh



3. ममलेश्वर महादेव, हिमाचल प्रदेश

भारत के सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक, हिमाचल में भी पांडवो ने वनवास के दौरान कुछ वक्त गुजारा था इसलिए आपको यहां  भी उनके द्वारा स्थापित शिवलिंग मिल जाएंगे. सबसे खास बात यहा है कि यहां 200 ग्राम वजन का गेहूं का दाना भी रखा हुआ है, जिसे पांडव कालीन माना जाता है.


himchal shivling


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4. पड़िला महादेव, इलाहाबाद

गंगा के किनारे बसे इस शहर में यह शिवलिंग खास महत्व रखता है. इस शिवलिंग के बारे में कहते हैं कि पाटलिपुत्र की यात्रा के दौरान पांडव यहां आए थे और ऋषि भारद्वाज कहने पर शिवलिंग की स्थापना की थी. इसे पांडेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है.


Padilla Mahadev, Allahabad


5. लोधेश्वर महादेव, बाराबंकी, उत्तरप्रदेश

शिवलिंग की खास बात यह है कि वनवास के दौरान पांडवो ने यहां महर्षि वेदव्यास की आज्ञा से यज्ञ और शिवलिंग की स्थापना की थी.


Lodheshwar Mahadev, Barabanki, Uttar Pradesh

कहते हैं इस शिवलिंग के दर्शन करने मात्र से ही आपकी मनोकामना पूरी हो जाती…Next

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