लक्ष्मी का प्रतिक माना जाता है. इसलिए पानी के उपयोग को लेकर वेदों और शास्त्रों में बहुत ही मूल्यवान जानकारियां दी गई है.
जल माता लक्ष्मी का प्रतीक हैं इस कारण जल के उपयोग का महत्व बढ़ जाता है. कहा जाता है कि जिस घर में पानी को व्यर्थ में बहाया जाता है उस घर का धन भी पानी की तरह बह जाता है. ऐसे घर में माता लक्ष्मी वास नहीं करती .
कई बार घर को साफ-सुथरा रखने के लिए बेहिसाब पानी की बर्बादी करते हैं. घर में धन के आगमन के लिए घर की साफ-सफाई के वक्त पानी को हिसाब से खर्च करना चाहिए. मान्यता है कि जिस घर में पानी की अत्यधिक बर्बादी होती है उस घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता. यदि किसी स्थान पर पानी को बर्बाद होते देखें तो उसे रोके इससे धन लाभ होता है तथा सामाजिक लाभ भी मिलता है.
यदि घर में धन की कमी हो तो हर शुक्रवार को पानी में सेंधा नमन या समुद्री नमक मिलाकर पोंछा लगाएं. ऐसा करने से घर में धन लाभ और नकारात्मक विचारों का प्रभाव ख़त्म होगा. यदि घर के किसी नल से हमेशा पानी टपकता है तो उसे ठीक करा लें क्योंकि पानी की आवाज से घर का आभा मंडल भी प्रभावित होता है.
यदि कोई नदी, तालाब या नहर के जल को मल-मूत्र, थूक, कुल्ला करके या किसी भी तरह से गंदा करता है वह ब्रह्महत्या का भागी बनता है. अतः कभी भी ऐसा न करें और दूसरों को ऐसा करने से रोकें. यदि उपरोक्त बातों पर ध्यान देते हैं तो माता लक्ष्मी की कृपा आपके उपर सदा बनी रहेगी.Next…
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