भारत के दो सूर्य मंदिरों में मार्तंड सूर्य मंदिर के बारे में लोगों को अधिक जानकारी नहीं है. पहला मंदिर ओड़िशा के कोणार्क में, वहीं दूसरा कश्मीर में अवस्थित है. मार्तंड मंदिर कश्मीर के दक्षिणी भाग में अनंतनाग से पहलगाम के रास्ते में मार्तण्ड नामक स्थान पर है जिसका वर्तमान नाम मटन है. यह मंदिर एक पठार के शिखर पर बना है.
करीब 1,700 वर्ष पहले कश्मीर में इस मंदिर का निर्माण सूर्य वंश के राजा ललितादित्य मुक्तापीड ने करवाया था. मार्तंड मंदिर का निर्माण भगवान सूर्य की उपासना के लिये करवाया गया था. यह मंदिर अपनी स्थापत्य कला, सुंदरता के लिये मशहूर है.
मार्तण्ड सूर्य मंदिर का प्रांगण वृहद है. वर्तमान में इसके चतुर्दिक लगभग 84 प्रकोष्ठों के अवशेष हैं. इस मंदिर के वास्तुकला की विशेषता इसके मेहराब हैं. मंदिर के स्तंभों और द्वार मंडपों की वास्तु शैली रोम की डोरिक शैली से थोड़ी-थोड़ी मिलती है.
चारों ओर हिमाच्छादित पहाड़ों से घिरे इस मंदिर के निर्माण में वर्गाकार चूना-पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था. पश्चिम की ओर मुड़े होने के कारण हिंदू धर्म-ग्रंथों में इसे विशेष महत्तव मिला है. मार्तंड सूर्य मंदिर को कश्मीरी वास्तु शैली का अनुपम, किंतु संभवत: एकमात्र उदाहरण माना जाता है. इस मंदिर से पूरी कश्मीर घाटी को देखने का दावा किया जाता रहा है.
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हालांकि, यह मंदिर हाल ही में विवादों में रहा था. दरअसल बॉलीवुड की “हैदर” के निर्माता विशाल भारद्वाज पर शाहिद कपूर अभिनीत इस सिनेमा में मार्तंड मंदर की गलत छवि पेश करने का आरोप लगाया गया था.Next…
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